Jul 7, 2024, 04:48 PM IST

वो मुगल शासक जो एक लड़के से कर बैठा था बेपनाह इश्क

Ritu Singh

कोई आशिक, नंगे-खुद, बर्बाद मुझ जैसे न हो, और तुझ सा कोई बुत बेपरवाह बेरहम न हो"

ये शेर एक ऐसे मुगल शासक ने लिखा था जो एक लड़के के प्यार में दीवान था. दीवानगी भी ऐसी की अपनी बेगम तक को तलाक दे दिया था.

ये शासक कोई और नहीं, बल्कि तुर्किश मूल के इस्लामी आक्रांता बाबर था, जिसे 14 साल के लड़के से इश्क हो गया था. 

बाबर ने सन् 1525-26 में उसने भारत पर आक्रमण किया और फिर मुग़ल साम्राज्य की स्थापना की थी.

‘बाबरनामा’ बाबर की आत्मकथा है, जिसमें उसने अपने जीवन के इस पहलू का भी जिक्र किया है.

इसमें उसने लिखा है कि कैसे वह ‘उर्दू बाजार’ में बाबरी नाम के एक लड़के के प्यार में पड़ गया था.

बाबरनामा’ में इसका खुलासा है कि 8 अगस्त, 1499 से लेकर 28 जुलाई, 1500 ईस्वी के बीच में उस लड़के से उसका प्रेम सम्बन्ध चला था.

ये प्रेम संबंध तब शुरू हुआ था जब पत्नी आयशा से निकाह के तीन साल बाद बेटी का जन्म हुआ, लेकिन मात्र 40 दिन के अंदर ही उसकी मौत हो गई थी.

इस सदमे के बाद बाबर ने खुद को पत्नी से अलग कर लिया और दुख को भुलाने के लिए एकांतवास में रहने लगा.

एकांतवास के दौरान बाजार से गुजर रहा था तभी उसकी मुलाकात बाबरी से हुई.

पत्नी आयशा से एक से डेढ़ महीने में मिलना होता था, लेकिन बाबरी से मुलाकात के बाद यह भी बंद हो गया. 

जब यह बात आयशा को पता चली तो दोनों के बीच झगड़ा भी हुआ. हालात इतने बिगड़े की बाबर ने बेगम को तलाक दे दिया.