Aug 20, 2024, 03:55 PM IST

कौन थी वो तवायफ जो हमेशा घूंघट में ही गाती थी?

Aman Maheshwari

भारत में मुगलों के समय में तवायफ नाच, गाना और मुजरा किया करती थीं. अमीर और शौकिन लोग तवायफों के पास शौक पूरे करने जाते थें.

इतिहास में कई तवायफे रही हैं. आज आपको ऐसी एक तवायफ के बारे में बताते हैं जो हमेशा पर्दे में रहती थी.

कोठे पर गाना गाने के समय भी यह तवायफ घूंघट में ही रहती थी. यह इलाहबाद की तवायफ थी जिसका नाम जानकी बाई था.

एक बार रीवा के राजा जानकी बाई की आवाज के दीवाने हो गए और उन्होंने जानकी बाई को चेहरा दिखाने के लिए कहा. लेकिन उसने मना कर दिया था.

दरअसल, जानकी बाई का एक प्रेमी था जिसने उसे हासिल करने की कोशिश की. लेकिन ऐसा न कर पाने पर गुस्से में जानकी बाई के चेहरे पर चाकू से 56 बार हमला किया.

इसी के कारण जानकी बाई को छप्पन छुरी के नाम से भी जाना जाता था. जानकी बाई का चेहरा इस हादसे के बाद खराब हो गया था.

इसी के कारण जानकी बाई ने हमेशा घूंघट के पीछे रहकर गाना गाने का फैसला किया. बाद में जानकी बाई ने ये बातरीवा के राजा को भी बताई थी.