Oct 7, 2024, 04:33 PM IST
मुगलों की देन है भारत की सबसे मशहूर यह साड़ी
Smita Mugdha
भारत के सबसे चर्चित और लोकप्रिय परिधानों में से एक साड़ी है, जिसकी ख्याति विदेशों में भी है.
साड़ी भारतीयों के लिए मात्र एक पोशाक भर नहीं है, बल्कि यह हमारी सामाजिक-सांस्कृतिक विरासत भी है.
भारत की कुछ साड़ियां तो दुनिया भर में अपनी खासियत की वजह से जानी जाती हैं, जैसे कि बनारसी सिल्क साड़ी.
क्या आप जानते हैं कि साड़ी भारतीय पहनावा है, लेकिन बनारसी साड़ी का इतिहास मुगलों के समय का ही है.
मुगल काल में मुस्लिम कारीगरों ने वाराणसी में बनारसी रेशमी साड़ियों को बनाना शुरू किया था.
मुगल काल के दौरान बनारस के कारीगरों ने सोने और चांदी के जरी धागों से रेशम ब्रोकेड विकसित किया था.
मुस्लिम कारीगरों की खासियत और मुगलों से प्रेरित डिज़ाइन, जैसे कि कलगी और बेल इस साड़ी की विशेषता बनीं.
बनारसी साड़ियों में जरी वर्क का इस्तेमाल होता है, जो पहले सोने या चांदी के तारों से किया जाता था.
बनारसी साड़ियों को तैयार करने में 15 दिन से लेकर कभी-कभी तो छह महीने भी लग जाते हैं.
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