इंसान बोलकर अपने मन की बात एक-दूसरे तक पहुंचाते हैं लेकिन आखिर जानवरों के बीच बातचीत कैसे होती है, क्या आपने कभी इसके बारे में सोचा है?
आज हम आपको जानवरों के बीच कैसे बातचीत होती है इसके पूरे साइंस के बारे में बताने जा रहे हैं.
डॉल्फिन सीटी और शरीर की हरकतों से एक-दूसरे से बातचीत करती हैं. हर डॉल्फिन एक खास सीटी का इस्तेमाल करती है जो इंसानों के नाम की तरह होती है. इससे वे एक-दूसरे को पहचानते और पुकारते हैं.
मधुमक्खियां वैगल डांस के जरिए एक-दूसरे तक संदेश पहुंचाती हैं. जब किसी वर्कर मधुमक्खी को बढ़िया नेक्टर मिलता है तो वह छत्ते में डांस करती है और इससे बाकी मधुमक्खियों को भोजन और उसकी दूसरी के बारे में पता चलता है.
पक्षी अपनी चहचहाअट से साथी को आकर्षित करने, अपनी जगह पहचानने और खतरे का संकेत देने की तरह इस्तेमाल करती हैं. वहीं तोते जैसे पक्षी तो इंसानों की आवाज तक की नकल कर लेते हैं.
हाथी अपने चिघाड़ और बॉडी लैंग्वेज के जरिए अपनी बात एक-दूसरे तक पहुंचाते हैं. धरती पर पैरों से कंपन करके वे मीलों दूर दूसरे हाथियों से जुड़े रहते हैं. हाथी अपने सूंड के जरिए भी संदेश देते हैं.
चींटियां कैमिकल के जरिए बातचीत करती है. संदेश के लिए ये फेरोमोन का इस्तेमाल करती हैं. जो अलार्म सिग्नल, क्षेत्र को चिह्नित करने और प्रजनन स्थिति को दर्शाने में मदद करता है.
बंदर संवाद के लिए अपनी आवाज और चेहरे के हावभाव का इस्तेमाल करते हैं. वे खुशी के संकेत इंसानों की तरह ही बालों को संवारने और गले लगाने जैसी हरकतों से भी देते हैं.