अगर 5 सेकेंड के लिए धरती खो दे Gravitational Force तो ऐसा होगा नजारा
Jaya Pandey
भले ही इस पर ज्यादा ध्यान न दें लेकिन धरती पर गुरुत्वाकर्षण बल ही है जो हमारे ग्रह पर सबकुछ एक साथ रखता है.
गुरुत्वाकर्षण वस्तुओं को एक-दूसरे की ओर खींचता है और कोई वस्तु जितनी अधिक भारी होती है, गुरुत्वाकर्षण का खिंचाव उतना ही मजबूत होता है.
गुरुत्वाकर्षण वह है जो हमें जमीन पर रखता है और जब हम कोई वस्तु गिराते हैं तो वह जमीन पर गिरती है. गुरुत्वाकर्षण के अभाव में मनुष्य और अन्य वस्तुएं अपना वजन खो देंगी और इधर-उधर उड़ती रहेंगी.
हालांकि धरती पर गुरुत्वाकर्षण का न होना अंतरिक्ष की तरह नहीं होता, जहां एस्ट्रोनॉट्स हवा में तैरते रहते हैं बल्कि यहां वस्तुएं तेजी से भागेंगी. ऐसा इसलिए क्योंकि हमारा ग्रह तेजी से घूमेगा और चीजों को अपनी जगह पर रखने के लिए कोई बल नहीं होगा.
गुरुत्वाकर्षण की कमी के कारण पृथ्वी पर हवा, पानी और वायुमंडल खिंच जाएगा जिससे पूरी दुनिया में तबाही मच जाएगी. हवा के दबाव की कमी के कारण लगभग हर किसी के कान के अंदरूनी हिस्से में तुरंत खराबी आ जाएगी.
हमारा ग्रह ऑक्सीजन भी खो देगा जिसकी वजह से कंक्रीट की संरचनाएं ढह जाएंगी क्योंकि ऑक्सीजन उनके लिए एक महत्वपूर्ण बंधनकारी एजेंट है. ऑक्सीजन के नहीं होने से पानी हाइड्रोजन गैस बन जाएगा और हर कोशिका में विस्फोट हो जाएगा.