Nov 10, 2024, 02:46 AM IST

5 देशों में नहीं होती रात, जानें इसके पीछे की Science

Kuldeep Panwar

आप नींद लेने का फैसला कब करते हैं? जाहिर है जब सूरज चाचा जाते हैं और अंधेरे की कालिमा में चंदा मामा अपनी शक्ल दिखाने लगते हैं.

लेकिन यदि सोचिए कभी रात का कालिमा फैले ही नहीं तो आप क्या करेंगे? सुनने में अजीब लगेगा, लेकिन दुनिया के कुछ देशों में ऐसा होता है.

कुछ देशों में साल के कुछ महीनों में 24 घंटे दिन का उजाला फैला रहता है यानी सूरज अस्त नहीं होता और रात आती नहीं. इसके पीछे साइंस  है.

कनाडा आजकल खूब चर्चा में है. नॉर्थ वेस्ट कनाडा के नूनावुत और नॉर्थवेस्ट इलाके में मई से जुलाई के बीच 50 दिन तक सूरज नहीं डूबता है.

ज्वालामुखियों और ग्लेशियरों के लिए फेमस छोटे से खूबसूरत देश आइसलैंड में भी जून से जुलाई के दौरान सूरज 24 घंटे रोशन रहता है.

नॉर्वे का 'मिडनाइट सन' पूरी दुनिया में फेमस है. उत्तरी नॉर्वे में मई से जुलाई के बीच 76 दिन तक दिन हो या रात, सूरज ही दिखाई देता है.

उत्तरी स्वीडन में तो करीब 100 दिन तक सूरज नहीं डूबता है. कुछ इलाकों में सूरज आधी रात में डूबता भी है तो 1-2 घंटे बाद ही उग जाता है.

झीलों के देश फिनलैंड में भी मई से जुलाई के बीच करीब 73 दिन तक सूरज नहीं डूबता. यहां भी उत्तरी फिनलैंड में ही यह घटना होती है.

अब बात करते हैं दुनिया में होने वाली इस अनूठी घटना के पीछे की साइंस की. दरअसल इसका कारण हमारी धरती का खास घुमाव होता है.

आपने शायद पढ़ा होगा कि हमारी धरती सूरज का चक्कर लगाते समय अपनी ही धुरी पर घूमती है. यही घुमाव धरती पर दिन-रात का कारण है.

धरती अपनी धुरी पर घूमते समय एक खास कोण पर हल्की सी झुकी हुई है. इसी झुकाव के कारण धरती के कुछ हिस्सों में रात नहीं होती है.

दरअसल ये हिस्से कुछ खास महीनों में ऐसे एंगल पर होते हैं कि कभी सूरज की आंख से ओझल होते ही नहीं हैं. इस कारण रात नहीं होती है.

धरती पर होने वाली यह अनूठी घटना ज्यादातर आर्कटिक सर्किल के करीब के हिस्सों में ही होती है, जहां रात में भी दिन की तरह घूम सकते हैं.