कुछ जानवर ऐसे होते हैं जो मेटिंग के बाद अपने पार्टनर को खा जाते हैं. इस प्रक्रिया को सेक्सुअल कैनाबलिज्म कहा जाता है.
दरअसल बच्चों को जन्म देने के लिए मादाओं को काफी एनर्जी की जरूरत होती है और वह आपने पार्टनर को खाकर यह एनर्जी हासिल करती हैं.
मेंटिस नर को आकर्षित करने के लिए फेरोमोन्स छोड़ती हैं. नर के पास आते ही वो उन्हें शिकार बना लेती हैं. सिर कटने के बाद पेट में मौजूद तंत्रिका की मदद से नर मेटिंग करने में सक्षम होता है.
ब्लैक विडो स्पाइडर की मादा भी नर से आकार में बड़ी होती हैं. मेटिंग के दौरान नर को अपना शरीर मादा की नुकीले दांतों के बीच रखना होता है, जिससे कई बार उनकी जान चली जाती है.
जपिंग स्पाइडर सिर्फ एक बार मेटिंग कर सकती हैं. मादा को रिझाने के लिए नर को अपने डांस मूव्स दिखाने पड़ते हैं. अगर मादा प्रभावित नहीं हुई तो कई बार इन्हें अपनी जिंदगी से हाथ धोना पड़ता है.
ग्रीन एनाकोंडा की मादा पॉलीएंड्रस होती है. उनका गर्भकाल लंबा होता है. ऐसे में मेटिंग के बाद अपने कुछ पार्टनर को खाकर इन्हें अपने बच्चों को जन्म देने के लिए आवश्यक पोषण तत्व मिल जाते हैं.
ऑक्टोपस की कुछ प्रजातियों में भी मादा मेटिंग के बाद नर को खा जाती है. कई प्रजातियों में नर मेटिंग के बाद खुद ही मर जाते हैं. मादा ऑक्टोपस अपने अंडों की रक्षा करती है और कुछ दिन बाद ही वह भी मर जाती है.
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