खीरा आप भी बहुत चाव से खाते होंगे लेकिन अगर वह कड़वा निकल जाए तो सारा मजा किरकिरा हो जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर खीरे में यह कड़वाहट आती कहां से है?
आज हम आपको बताएंगे कि आखिर खीरे, ककड़ी, लौकी जैसी सब्जियों और फलों में कड़वाहट होने की साइंटिफिक वजह क्या है.
Cucurbitaceae फैमिली से संबंध रखने वाला खीरा Cucurbitacin नाम का एक केमिकल छोड़ता है. यही केमिकल खीरे के कड़वाहट की वजह होता है.
प्रकृति जानवर और पेड़-पौधों हर किसी को अपनी रक्षा करने के लिए कोई न कोई अस्त्र जरूर देती है. Cucurbitacin खीरे का वही अस्त्र है.
Cucurbitacin की वजह से कीड़े-मकौड़े खीरे के पौधे को नहीं खा पाते. वैसे तो यह केमिकल केवल खीरे की पत्तियों और तनों तक ही सीमित होता है लेकिन कई बार कुछ कारणों से यह खीरे के फल तक पहुंच जाता है.
पानी की कमी, तापमान में बदलाव या फिर खराब मिट्टी वो कारण हैं जिसकी वजह से Cucurbitacin खीरे के अंदर तक पहुंच जाता है. जिस खीरे में जितना cucurbitacin ज्यादा होगा वह खीरा उतना ही कड़वा होगा.
अगर आप जंगली कड़वा खीरा खाते हैं तो आपको पेट से जुड़ी समस्याएं घेर सकती हैं. अगर यह ज्यादा मात्रा में खा लिया जाए तो यह फूड प्वॉजनिंग का कारण भी बन सकता है.