मोर दिखने में बेहद खूबसूरत होते हैं और उन्हें दुनिया के सुंदर पक्षियों में से एक माना जाता है. भारत में पाए जाने वाले मोर का साइंटिफिक नाम Pavo cristatus है.
मोर की लंबाई 70 से 98 इंच तक होती है और 8 से 13 पाउंड तक इनका वजन हो सकता है, वहीं मोरनी 31 से 51 इंच लंबी होती है जबकि 6 से 8.8 पाउंड वजनी हो सकती है.
मोर को अपने चमकीले सुंदर पंखों के लिए जाना जाता है जो अपने नृत्य से मोरनी को रिझाने की कोशिश करता है. वहीं मोरनी का रंग भूरा होता है जो उसे शिकारियों से बचने में मदद करता है.
मोर Omnivores होते हैं जो अनाज के दाने और पौधों को तो खाते ही हैं, साथ ही कीड़े और छोटे जीवों को भी खाकर अपना पेट भरते हैं. ये उष्णकटिबंधीय और शुष्क दोनों तरह के आवासों में पाए जा सकते हैं.
नीला मोर भारत और श्रीलंका में पाया जाता है. हरा मोर म्यांमार (बर्मा) से जावा तक पाया जाता है और कांगो मोर कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में पाया जाता है.
मोरों का प्रजनन काल मानसून में शुरू होता है. मोरनी अपने बच्चों को खुद पालती है. वह एक बार में 3 से 8 अंडे देती है जिसमें से 28 से 30 दिनों में बच्चे बाहर आते हैं.
जंगल में मोर 10 से 25 साल तक जीवित रहते हैं वहीं अगर मोरों को पाला जाए तो ये 40 से 50 साल तक जिंदा रहते हैं. अत्यधिक शिकार और आवास के नुकसान के कारण मोरों की आबादी में गिरावट आई है.