Jun 2, 2024, 01:34 PM IST

Moon के लिए घड़ी बनाने की NASA को क्यों पड़ी जरूरत?

Jaya Pandey

अमेरिका और चीन जैसे देश चांद पर रहने के लिए बस्तियां बनाने का सपना देख रहे हैं.

मून मिशन में भारत भी किसी से पीछे नहीं है, चंद्रयान की सफलता इसका एक उदाहरण है.

ऐसे में चांद को लेकर एक नया अपडेट सामने आया है कि नासा अब चांद के लिए घड़ी बनाने का प्लान कर रहा है.

अब आपके मन में यह सवाल जरूर आया होता कि आखिर इसकी क्या जरूरत है. 

दरअसल  चांद का दिन पृथ्वी पर होने वाले दिन से 56 माइक्रोसेकंड छोटा होता है. ऐसा इसलिए क्योंकि वहां कोई गुरुत्वाकर्षण बल नहीं होता. 

ऐसे में पृथ्वी के समय के मुताबिक चांद पर रिसर्च करना आसान नहीं है और चांद के लिए एक स्टेंडर्ड टाइम बनाना बहुत जरूरी है. 

वाइट हाउस के डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नॉलजी पॉलिसी ने नासा से साल 2026 तक चांद के लिए स्टेंडर्ड टाइम निर्धारित करने के लिए कहा है.

चांद के इस स्टेंडर्ड समय को को-ऑर्डिनेटेड लूनर टाइम LTC कहा जाएगा.