Sep 29, 2023, 07:30 PM IST

कुंडली में सूर्य से केतु तक कमजोर होने पर बढ़ता है इन बीमारियों का खतरा

Nitin Sharma

हर बीमारी का संबंध किसी न किसी ग्रह से होता है, जो आपकी कुंडली में या तो कमजोर है या फिर दूसरे ग्रहों से बुरी तरह प्रभावित होता है. 

शास्त्रों की मानें तो यह आपको बहुत बीमार कर सकता है, यह सेहत के लिए बेहद खतरनाक स्थिति पैदा कर देता है. आइए जानते हैं किस ग्रह के कमजोर होने से किस बीमारी का बढ़ता है खतरा

कुंडली में सूर्य ग्रह के कमजोर होने पर सिर व दिमगा से जुड़ी बीमारियां घर कर लेती हैं. इसके अलावा दिल में दर्द और बालों का झड़ना शुरू हो जाता है.

कुंडली में चंद्र ग्रह के कमजोर होने पर व्यक्ति को चिंता के साथ ही मानसिक रोग का खतरा काफी बढ़ जाता है. नींद न आने के साथ ही जल से भय बना रहता है. ऐसे लोगों को गहरे पानी में जाने से बचना चाहिए.

कुंडली में मंगल ग्रह के कमजोर होने पर व्यक्ति को पित्त, त्वचा और टायफाइड से लेकर अपेंडिक्स जैसी बीमारियों से जूझना पड़ सकता है.

कुंडली में बुध ग्रह कमजोर होने पर व्यक्ति को दमा, गूंगापन, नाक और गले से संबंधित बीमारियों का खतरा रहता है.

गुरु ग्रह के कमजोर होने पर व्यक्ति को कमर में दर्द, जोड़ों में दर्द, मोटापा और कब्ज जैसी समस्याओं से जूझना पड़ता है.

कुंडली में शुक्र कमजोर होने पर व्यक्ति को स्वप्नदोष, सेक्स विकार, बढ़ जाते हैं. व्यक्ति को सेक्स संबंधित बीमारियों का सामना करना पड़ता है. 

जिस भी व्यक्ति की कुंडली में शनि ग्रह कमजोर होता है. उसकी हड्डियों में दर्द, कैंसर और सांस की समस्या बढ़ जाती है. ऐसे व्यक्ति को समय समय पर जांच जरूर करानी ​चाहिए.

कुंडली में राहु ग्रह का कमजोर होना संक्रमण और दिल से जुड़े विकारों को बढ़ाता है. इसकी वजह से दर्द और खून की कमी बनी रहती है.

जिस भी व्यक्ति का केतु ग्रह कमजोर होता है. उसे पाचन संबंधी बीमारियां बनी रहती है. स्किन भी डल पड़ जाती है.