Jul 25, 2024, 01:52 PM IST

आचार्य चाणक्य ने बताई है सच्चे गुरु की कैसे करें पहचान?

Aman Maheshwari

आचार्य चाणक्य एक बड़े विद्धान और गुरु थे. उन्होंने सर्वश्रेष्ठ गुरु के कई गुण बताए हैं. किसी का भी जीवन सफल बनाने के लिए गुरु का बहुत योगदान होता है.

चाणक्य कहते हैं कि, गुरु को कपटी और चालाक नहीं होना चाहिए. वरना शिष्य का जीवन बर्बाद हो जाता है.

सच्चे गुरु में लोभ, मोह और अंहकार जैसे अवगुण नहीं होने चाहिए. गुरु को कर्तव्यों के प्रति ईमानदार होना चाहिए.

उनका मानना है कि किसी की भी अच्छी तरह से जांच-परख करने के बाद ही उसे गुरु बनाना चाहिए. ऐसे व्यक्ति को गुरु न बनाए जिसकी कथनी-करनी में अंतर हो.

गुरु का काम है शिष्य की गलतियों को दूर करें और उसे योग्य बनाएं. अच्छे गुरु की पहचान है कि वह कामना, कुवासना से दूर हो.

गुरु अनुशासन प्रिय होना चाहिए. गुरु अपने शिष्य को सही राह दिखाता है. अपने गुरु में सभी को इन गुणों को देखना चाहिए.

Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.