भारत के अलावा इन 9 देशों में भी पढ़ी जाती है रामायण
Nitin Sharma
अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. इसको लेकर दुनिया भर के राम भक्तों में गजब का उत्साह है.
दुनिया भर के लोग रामलला की पूजा अर्चना से लेकर प्राण प्रतिष्ठा के लिए खास इंतजाम कर रहे हैं.
भारतीय साहित्य के इतिहास में राम कथा 2400 सालों से पढ़ी जा रही है. इसका बखान भारत के अलावा 9 और देशों में किया गया है. सभी देशों में रामायण अलग अलग नाम दिये गये हैं, लेकिन सभी का अर्थ समान है.
आइए जानते हैं किन किन देशों में रामायण पढ़ी जाती है और यहां रामायण को क्या कहा जाता है.
नेपाल में भी भगवान श्री राम की पूजा की जाती है. यहां रामायण को भानुभक्तकृत रामायण, आदर्श राघव, सुंदरानंद रामायण कहा जाता है.
कंबोडिया में रामायण को रामकर कहा जाता है. यहां रामायण का मंचन भी किया जाता है.
तिब्बत में भी भगवान राम की स्तृति की जाती है. इसे तिब्बत रामायण कहा जाता है.
पूर्वी तुर्किस्तान में भी रामायण पाठ होता है. यहां रामायण को खोतानी रामायण कहा जाता है.
इंडोनेशिया में रामायण पाठ किया जाता है. इसे ककबिनरामायण कहा जाता है.
जावा में भी श्री राम की पूजा की जाती है. यहां रामायण सेरतराम, सैरीराम, रामकेलिंग, पातानी रामकथा कहा जाता है.
थाईलैंड में भी भगवान श्रीराम की पूजा की जाती है. यहां रामायण को रामकियेन है.
बर्मा म्यांम्मार में रामायण को यूतोकी रामयागन, रामवथ्थु और महा राम कहा जाता है.
इंडोचायना में रामायण रामकेर्ति और खमैर रामायण कहा जाता है.