Apr 28, 2024, 03:40 PM IST

चाणक्य ने बताया है इन 4 गुणों का होना सफलता के लिए जरूरी है

Ritu Singh

'चाणक्य नीति' में सैकड़ों नीतियों का वर्णन है और ये नीतियां आपको कई संकटों से निकालने वाली हैं.

आज आपको चाणक्य के अनुसार सफलता पाने के लिए किन 4 गुणों का होना जरूरी है, इसके बारे में बताएंगे.

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि सोना और उसकी खामियों को जानने के लिए सोने को रगड़ने, काटने, गर्म करने और पीसने से परखा जाता है.

 इसी प्रकार मनुष्य की परख दान, नम्रता, गुण और आचरण से होती है. अर्थात मनुष्य की पहचान उसके गुणों से होती है.

जिस प्रकार सोने को आग में तपा कर शुद्धता जानी जाती है उसी तरह मनुष्य का चरित्र उसके त्याग, धर्मपरायणता जैसे गुणों से तय होता है.

सफल मनुष्य वह होता है जो दाता, नम्रता और त्याग की भावना रखने के शात सर्वोत्तम आचरण वाला हो.

वही श्रेष्ठ फल पाता है जो मनुष्य दूसरों के सुख, दुःख, लाभ और यहां तक कि हानि की भी परवाह करता हो.

वही मनुष्य हर जगह सफल होता है जो कभी भी धर्म का मार्ग और विनम्रता नहीं छड़ता.