Aug 6, 2024, 10:51 AM IST

Chanakya Niti: चालाक और घमंडी लोगों का ऐसे दें मात

Anamika Mishra

आचार्य चाणक्य ने हर व्यक्ति के प्रति अलग-अलग व्यवहार की व्याख्या करते हुए लोभी और अभिमानी व्यक्तियों से डील करने के कुछ खास बातें बताई हैं. 

चाणक्य नीति में एक श्लोक है, 'लुब्धमर्थेन गृह्लीयात्‌ स्तब्धमज्जलिकर्मणा. मूर्ख: छन्दो वृत्तेन यथार्थत्वेन पण्डितम्.'

श्लोक में बताया गया है कि घमंडी और चालाक लोगों से कैसे अपना काम निकलवाना चाहिए. 

श्लोक का अर्थ है लोभी को धन देकर, अभिमानी के सामने हाथ जोड़कर मूर्ख को उसकी इच्छा के अनुसार कार्य देकर 

और विद्वान को सच्ची बात बता कर वश में करने का प्रयास करना चाहिए.

इसे अगर आम बोलचाल की भाषा में समझें तो लालची व्यक्ति अपने स्वार्थ में इतना अंधा हो जाता है कि वो धन प्राप्ति के लिए कुछ भी कर सकता है. उसे धन देकर कभी भी अपने वश में किया जा सकता है.  

जिस व्यक्ति के अंदर अहंकार होता है उसके साथ नम्रतापूर्वक व्यवहार करके उसे वश में किया जा सकता है. 

वहीं मूर्ख इंसान हमेशा हठी होता है, इसलिए उसे उसकी इच्छा के अनुसार काम देना चाहिए. 

इसी तरह विद्वान व्यक्ति को वश में करने का सबसे अच्छा तरीका है कि उससे सच बोला जाए और उससे कोई भी बात न छुपाई जाए.