Sep 14, 2024, 12:51 PM IST

इन मंदिरों में दर्शन करने से नहीं काटता कुत्ता 

Ritu Singh

अगर कुत्ते से डर लगता है या कुत्ता बार-बार आप पर अटैक करता है तो आपको 3 में से किसी एक मंदिर में दर्शन जरूर करना चाहिए

भारत में कुछ ऐसे मंदिर हैं जहां कुत्तों की पूजा की जाती है और माना जाता है कि यहां दर्शन करने से कुत्तो का भय खत्म होता है. 

आइए देखें कि वे भारत के किन हिस्सों में स्थित हैं ये कुत्तों को समर्पित मंदिर जहां दर्शन करने से कुत्ते नहीं काटते.

कुकुरदेवा मंदिर छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के खपरी नामक एक छोटे से गांव में स्थित है. दरअसल, यह एक कुत्ते की कब्र है.

मान्यता है कि इस मंदिर में पूजा करने से कुकुर खांसी से राहत मिलती है और हमें कुत्ते के काटने से डरने की जरूरत नहीं है.

कर्नाटक के रामनगर जिले के चन्नापटना गांव में एक कुत्ता मंदिर भी स्थापित है. ऐसा मानना है कि कुत्तों में प्राकृतिक शक्तियां होती हैं.

 जो अपने मालिकों को हर खतरे से बचाती हैं और मंदिर में दर्शन करने से कुत्ते का अटैक आप पर नहीं होगा.

कन्नूर में पेरिसिनी मंदिर भगवान मुट्टप्पा को समर्पित है. यहां कुत्तों का नामकरण होता है और यहां दर्शन करने से कुत्ते का भय खत्म होता है.

ग्रेटर नोएडा के चिपिया हिरिया गांव में भैरव बाबा को समर्पित एक मंदिर के परिसर में एक कुत्ते की मूर्ति स्थापित की गई है.

मंदिर परिसर के पास एक तालाब भी है. यहां नहाने और दर्शन से कुत्ते के काटने से राहत मिलती है. कुत्ते के काटने का डर नहीं होता.