Feb 2, 2024, 03:20 PM IST
श्रृंगार गौरी माता की 30 साल बाद ज्ञानवापी में पूजा अर्चना शुरु हो गई है. लाखों महिलाएं माता के दर्शन करना चाहती हैं.
श्रृंगार गौरी की पूजा ज्यादातर सुहागिन महिलाएं करती हैं. माता प्रसन्न होकर अखंड सौभाग्य का वरदान देती हैं.
मान्यता है कि जो भी सुहागिन महिला श्रृंगार गौरी के दर्शन के साथ ही उन्हें श्रृंगार चढ़ाती हैं. उन्हें सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
माता श्रृंगार गौरी की पूजा वासंतिक यानी चैत्र नवरात्रि की चतुर्थी को की जाती है.
चैत्र नवरात्रि के चौथे दिन देवी देवी को श्रृंगार अर्पित किया जाता है. इस दिन माता की पूजा अर्चना करने का विशेष महत्व है.
श्रृंगार माता को सुहागिन महिलाएं सिंदूर चढ़ाती है. सुहाग की लंबी आयु के लिए माता का व्रत रखा जाता है.
श्रृंगार माता की पूजा अर्चना करने से सुख शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है.