Aug 9, 2024, 05:42 PM IST

मुगलों की कैद में लिखी गई थी हनुमान चालीसा

Aditya Prakash

तुलसीदास का जन्म यूपी के राजापुर गांव में हुआ था. उन्होंने अपने जीवन का ज्यादातर समय वाराणसी शहर में बिताया था.

उनका जन्म 1532 में हुआ था. वो भगवान राम और हनुमान के बहुत बड़े भक्त थे.

तुलसीदास की धार्मिक और आध्यात्मिक यात्रा तब प्रारंभ हुआ, जब उन्होंने वराह क्षेत्र में राम मानस के बारे में सुना.

मन्यता है कि तुलसीदास को हनुमान चालीसा लिखने की प्रेरणा जले में मिली थी.  

इसे लिखते वक्त तुलसीदास मुगल बादशाह अकबर की कैद में थे.

मुगल बादशाह अकबर ने गोस्वामी तुलसीदास जी को शाही दरबार में बुलाया. तब तुलसीदास की मुलाकात अकबर से हुई.

अकबर चाहता था कि उसकी तारीफ में गोस्वामी जी ग्रंथ लिखें, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था.

इसी बात से खफा होकर अकबर ने तुलसीदास को जेल में बंद करवा दिया. 

तुलसीदास ने जेल में हनुमान जी का स्मरण करते हुए चालीसा लिखी थी. जिसके बाद उन्हें जेल से मुक्ति मिल गई थी.