Jul 16, 2024, 10:54 PM IST

श्रीकृष्ण ने कहां और कैसे त्यागे थे अपने प्राण?

Abhay Sharma

भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की कथा के बारे में हर कोई जानता है, लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि श्रीकृष्ण नें कहां और कैसे अपने प्राण का त्याग किया था? 

पुराणों में भगवान श्रीकृष्ण के शरीर का त्याग करने का जिक्र मिलता है, एक कथा के अनुसार श्रीकृष्ण एक बार पीपल के पेड़ के नीचे विश्राम कर रहे थे. 

तभी वहां एक बहेलिया शिकार करने पहुंचा, बहेलिये को दूर से लगा कि पेड़ के नीचे कोई हिरण है और उसने तीर चला दिया, जो जाकर श्रीकृष्ण को लगा.  

जब बहेलिया पास पहुंचा तो वह कृष्ण के सामने रोने लगा और कहा प्रभु मुझसे भूल हो गई मूझ क्षमा कीजिए. जो बाण कृष्ण को लगा वह जहरीला था.   

कृष्ण ने कहा कि अब उनका धरती से विदा लेने का समय आ गया है, कृष्ण ने कहा कि अब उनका धरती से विदा लेने का समय आ गया है. 

कृष्ण ने बहेलिये से बड़े प्रेम से कहा कि इसमें तुम्हारी कोई गलती नहीं है. मेरा जाने का समय आ गया है और तुम महज एक जरिया बनकर आए हो. 

ऐसे में श्रीकृष्ण वहां से चलकर नदी के किनारे पहुंचे और अपने शरीर का त्याग कर बैकुंठ पहुंच गए, जिसके बाद में नदी में उनकी अंतिम क्रिया की गई. 

पौराणिक कथाओं के अनुसार श्रीकृष्ण को जहां तीर लगा था वो जगह गुजरात में सोमनाथ के पास स्थित है और इसे भालका तीर्थ के नाम से जाना जाता है. 

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.