Jul 22, 2024, 09:06 AM IST

सावन में माथे पर कैसे लगाएं शिव का त्रिपुंड?

Abhay Sharma

सावन का पवित्र महीना आज यानी 22 जुलाई से शुरू हो गया है, जो कि 19 अगस्त 2024 तक चलेगा. यह पावन महीना भगवान शिव को समर्पित है. 

सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ की विधि-विधान से पूजा अराधना करने से सुख-शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है. 

इसके अलावा सावन के महीने में मस्तक पर भगवान शिव का त्रिपुंड लगाना भी लाभकारी होता है. आइए जानते हैं इसके बारे में...

बता दें कि भस्म से मस्तक आदि पर जो तीन तिरछी रेखाएं बनायी जाती हैं, उसे ही त्रिपुंड कहा जाता है. शास्त्रों में इसका बड़ा महत्व बताया गया है.  

बता दें कि भौहों के मध्य भाग से लेकर जहां तक भौहों का अंत होता है, साधक को उतना बड़ा त्रिपुंड लगाना चाहिए.

इसके लिए बीच की तीन अंगुलियों से भस्म लेकर भक्ति भाव से ललाट पर त्रिपुंड धारण कर सकते हैं. या फिर मध्यमा-अनामिका अंगुली से दो रेखाएं खींचकर. 

बीच में अंगुठे से एक रेखा बनाएं. शिव पुराण के अनुसार त्रिपुंड की तीनों रेखाओं में से प्रत्येक के नौ नौ देवता हैं, जो सभी अंगों में स्थित हैं. 

आप त्रिपुंड मस्तक, ललाट, कान, नेत्र, नाक, मुख, कण्ठ,  हाथ, कोहनी, कलाई, हृदय, दोनों पार्श्व भाग, नाभि, दोनों उरु, घुटने, दोनों पिंडली पर लगा सकते हैं. 

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.