Sep 2, 2024, 08:59 AM IST
जीवन के अंतिम क्षणों में भीष्म पितामह ने अर्जुन को दिए थे ये 6 गुरु मंत्र
Ritu Singh
महाभारत में भीष्म पितामह के सबसे प्रिय पुत्रों में अर्जुन थे और अंतिम समय में भी भीष्म के करीब अर्जुन ही थे.
अपने जीवन के अंतिम समय में भीष्म ने अर्जुन को वैसे तो कई गुरु मंत्र दिए थे लेकिन उनमें से 6 सबसे कीमती ज्ञान क्या थे, चलिए जानें.
पहला ज्ञान भीष्म ने अर्जुन को दिया था वह यह की कभी खुद पर घमंड हावी न होने देना. घमंड और अहंकार जीवन का अंत लाता है.
दूसरा ज्ञान भीष्म ने दिया था कि आपको कभी अपने कर्तव्य और धर्म को हमेशा सर्वोपरि रखना चाहिए.
कभी एक ही थाली में भोजन नहीं करना चाहिए, जिस भोजन में बाल हो या बासी हो या खाना खाते हुए कोई टोके तो ऐसे भोजन का त्याग कर दें.
बड़ों का अपमान और छोटों के साथ बुरा व्यवहार कभी न करना और किसी को कभी धोखा न देना.
त्याग बिना कुछ नहीं मिल सकता.त्याग से ही मानव को हर सुख मिलने की संभावना बनती है.
धन या सुख के लिए कभी दूसरों का हक न छीनना. दूसरों को बराबर का हक न देने वाला अपने साथ कुल का नाश कर देता है.
पितामह भीष्म की ये सीख आज भी उतनी ही तर्क और धर्म संगत है. इसे मानने वाले जीवन में सुखी और तरक्की करते हैं.
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