Dec 6, 2023, 11:54 AM IST

महाभारत काल के वो अनसुने राज जो कर देंगे रोंगटे खड़े

DNA WEB DESK

भीष्म पितामह के पास 5 ऐसे तीर थे जिनसे वह पांडवों का वध करने वाले थे पर उन तीरों को दुर्योधन ने चुरा लिया. इसके बाद भगवान श्री कृष्ण के कहने पर छल से अर्जुन ने ये तीर दुर्योधन से ले लिए.

द्रोणाचार्य को भारत का सबसे पहला टेस्ट ट्यूब बेबी कहते हैं. महर्षि भारद्वाज गंगा में स्नान कर रहे थे और वहीं एक अप्सरा भी स्नान कर रही थी. उस अप्सरा को देखकर ऋषि मंत्रमुग्ध हो गए और उनके शरीर से शुक्राणु निकले जिससे द्रोणाचार्य का जन्म हुआ.

पांडवों के पिता पांडु ने मरने से पहले अपने पुत्रों के सामने यह इच्छा रखी की मरने के बाद उनके पुत्र उनका मस्तिष्क खा लेंगे तो वह बुद्धिमान हो जाएंगे. उनकी यह इच्छा सहदेव ने पूरी की.

बलराम चाहते थे की उनकी कन्या वत्सला की शादी दुर्योधन के बेटे लक्ष्मण से हो. लेकिन वत्सला और अभिमन्यु एक दूसरे से प्रेम करते थे और उनका विवाह घटोत्कच की मदद से हुआ.

अर्जुन के बेटे इरावन ने पिता की जीत के लिए खुद की बलि दी थी लेकिन बलि से पहले वह शादी करना चाहता था और जब कोई भी स्त्री शादी के लिए तैयार नहीं हुई तो श्री कृष्ण ने स्त्री बनकर उससे विवाह किया. 

धृतराष्ट्र का बेटा युयत्सु एक वैश्य महिला का बेटा था. धृतराष्ट्र ने अपनी एक दासी के साथ संबंध बनाए थे जो को एक वैश्य थी.

महाभारत के युद्ध में उडुपी के राजा ने कृष्ण से कहा कि वह कौरवों और पांडवों की सेवा को भोजन करना चाहते हैं. श्री कृष्ण ने बताया मैं जितने चने के दाने खाऊंगा उतने लोग युद्ध में वीरगति को प्राप्त होंगे. इससे पता चलता था कि रोजाना कितने लोगों का खाना बनेगा.

दुर्योधन ने मरते वक्त कहा कि उसने तीन गलतियां की थी इसकी वजह से वह युद्ध में हार गया लेकिन श्री कृष्ण ने कहा कि तुम कुछ भी करते लेकिन तुम युद्ध में हार ही जाते.

एक बार कर्ण और दुर्योधन की पत्नी साथ में शतरंज खेल रहे थे तभी कमरे में दुर्योधन आ गया जिसे देखकर दोनों अचानक खड़े हुए और भानुमति की मोतियों की माला टूट गई लेकिन दुर्योधन को कर्ण पर इतना भरोसा था कि वह बिना कुछ कहे ही बाहर चला गया.

यहां दी गई सभी जानकारियां सामाजिक और धार्मिक आस्थाओं पर आधारित है. अधिक जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें.