19 सितंबर को कलंक चतुर्दशी है और इस दिन चंद्र दर्शन से बचाना चाहिए.
इस बार 18 सितंबर की दोपहर से 12 बजकर 39 मिनट पर चतुर्थी तिथि लग रही है.
भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी गणेश चतुर्थी के रुप में मनाई जाती है और इसी दिन चांद को देखना वर्जित होता है,
अगर इस दिन चांद को देख लिया जाए तो झूठे आरोप का सामना करना पड़ता है. श्रीकृष्ण भी चांज को देखने से इस श्राप से बच नहीं सके थे.
भगवान श्री कृष्ण को भी मणि चोरी का कलंक लगा था और श्रीकृष्ण जी को अपमान का भागी बनना पड़्ता है.
क्योंकि एक बार चंद्रमा ने गणेश जी का मुख देखकर उनका मजाक उड़ाया था इस पर क्रोधित होकर गणेश जी ने चंद्रमा को श्राप दे दिया कि, आज से जो भी तुम्हें देखेगा उसे झूठे अपमान का भागीदार बनना पडे़गा.