Jul 10, 2024, 01:35 PM IST

हनुमान जी ने क्यों लिया था पंचमुखी अवतार?

Aman Maheshwari

संकट मोचन हनुमान जी की पूजा करने से सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है. हनुमान जी की पूजा-अर्चना से बुरी शक्तियों का नाश होता है.

बजरंगबली के पंचमुखी अवतार को भी भक्त पूजते हैं. उनका पंचमुखी अवतार ज्यादा चमत्कारी है. क्या आप जानते हैं कि हनुमान जी ने पंचमुखी अवतार क्यों लिया था.

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जब रावण युद्ध हार रहा था तो उसने अपने भाई अहिरावण से मदद मांगी. अहिरावण ने माया जाल से सभी सेना को सुला दिया.

ऐसा करने के बाद वह राम-लक्ष्मण को बंधक बनाकर पाताल लोक ले गया. जब विभीषण को होश आया तो वह सारी चाल समझ गया.

विभीषण ने हनुमान जी को पाताल लोक जाने के लिए कहा. बजरंगबली राम-लक्ष्ण को तालाशते हुए पाताललोक पहुंच गए.

हनुमान जी ने पाताल लोक में पहले मकरध्वज को हराया. जिसके बाद वह अहिरावण के पास पहुंचे. अहिरावण को एक वरदान था.

इस वरदान के अनुसार जो भी उसके जलाए 5 दीप एक साथ बुझा देगा वहीं उसका वध कर सकता है. अहिरावण ने सभी दीप अलग-अलग दिशाओं में जलाए थे.

इस परिस्थिति में पांचों दीप को एक साथ बुझाने के लिए हनुमान जी ने पंचमुखी अवतार लिया था. हनुमान जी ने एक साथ दीप बुझ दिए और अहिरावण का वध किया.

Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.