महाभारत का युद्ध दुनिया का सबसे भयंकर युद्ध माना जाता है. दावा है कि 18 दिन के युद्ध में ही दुनिया के करोड़ों योद्धा वीरगति पा गए थे.
महाभारत हरियाणा के कुरुक्षेत्र में हुआ था, जो हस्तिनापुर से करीब 185 किलोमीटर है. क्या आपको पता है युद्ध यहीं पर क्यों लड़ा गया था?
कौरवों और पांडवों के बीच युद्ध का मैदान तलाशने की जिम्मेदारी श्रीकृष्ण को मिली थी. उन्होंने इसके लिए अपने सेवक चारों तरफ दौड़ाए थे.
मान्यता है कि श्रीकृष्ण ने जानबूझकर कुरुक्षेत्र की धरती का चयन किया था, क्योंकि वे डर रहे थे कि सगे-संबंधियों को मरता देखकर दोनों पक्ष समझौता ना कर लें.
श्रीकृष्ण युद्ध के लिए ऐसी जमीन चाहते थे, जहां माहौल में द्वेष और क्रोध भरा हुआ हो. ऐसी जगह खोजने की ही जिम्मेदारी उन्होंने सेवकों को दी थी.
श्रीकृष्ण के सेवक ने बताया कि कुरुक्षेत्र में एक बड़े भाई ने छोटे भाई की हत्या कर दी है. यह बात सुनकर श्रीकृष्ण को युद्ध भूमि मिल गई.
श्रीकृष्ण कुरुक्षेत्र की घटना सुनकर समझ गए कि यदि वहां युद्ध हुआ तो भाई-भाई और गुरु-शिष्य के बीच किसी भी तरह का प्रेम पैदा नहीं होगा.
मान्यता है कि इसके बाद ही श्रीकृष्ण ने कौरवों और पांडवों की सेना के बीच महाभारत के युद्ध के लिए कुरुक्षेत्र युद्धभूमि होने का ऐलान किया था.
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