Jul 28, 2024, 07:05 PM IST
कौरवों को पापी क्यों माना गया? जानिए 5 कारण
Aditya Prakash
महाभारत के युद्ध में भगवान श्रीकृष्ण पांडवों के साथ थे. वहीं गुरु द्रोणाचार्य और भीष्म पितामह जैसे कई दिग्गजों का समर्थन कौरवों को प्राप्त था.
सवाल ये है कि कौरवों के समर्थन में जब इतने बड़े और ज्ञानी योद्धा मौजूद थे तो उन्हें अधर्मी क्यों कहा गया.
सवाल ये भी है कि इनके रहते हुए महाभारत के युद्ध में कौरवों की हार क्यों हुई?
आइए जानते हैं उन 5 कारणों के बारे में जिसकी वजह से कौरवों की हार हुई और उन्हें अधर्मी माना गया.
पहला कारण: भीष्म पितामह के होते भी कौरवों को अधर्मी कहा गया, क्योंकि उन्होंने द्रौपदी का चीरहरण करने वाले दुर्योधन का युद्ध में साथ दिया.
दूसरा कारण: गांधारी धृतराष्ट्र से विवाह नहीं करना चाहती थीं लेकिन ताकत के बल पर गांधारी का विवाह धृतराष्ट्र से करवाया था.
तीसरा कारण: दुर्योधन द्वारा भरी सभा में द्रौपदी को निर्वस्त्र करवाने का कृत्य भी धर्म-विरुद्ध ही था.
चौथा कारण: शकुनि ही ऐसा व्यक्ति था जिसने पांडवों और कौरवों के बीच वैरभाव पैदा किया.
पांचवां कारण: श्रीकृष्ण ने युद्ध को टालने का भरसक प्रयास किया था, लेकिन दुर्योधन नहीं माना.
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