Dec 21, 2023, 09:35 PM IST

द्रौपदी ही नहीं इन महिलाओं के भी थे कई पति

Kuldeep Panwar

महाभारत में द्रौपदी सबसे अहम पात्र थी. हस्तिनापुर की गद्दी पर कब्जे के अलावा कौरव-पांडवों के बीच हुए इस महायुद्ध का एक कारण द्रौपदी का राजसभा में किया गया चीरहरण भी था.

द्रौपदी को अर्जुन ने उनके स्वयंवर में मछली की आंख में तीर से निशाना लगाकर जीता था, लेकिन माता कुंती की गलती के कारण वे पांचों पांडव भाइयों की पत्नी बन गई थी.

क्या आपको पता है कि इतिहास में द्रौपदी से भी पहले ही ऐसी महिलाएं हो चुकी हैं, जिनके कई पति थे. मानव इतिहास में इन महिलाओं की बहुत ज्यादा अहमियत भी है.

मान्यता है कि ब्रह्मा जी ने जब सृष्टि की रचना की थी तो उसे आगे बढ़ाने के लिए 10 मानस पुत्रों को भी उत्पन्न किया था. इन्हें प्रचेता कहा गया था.

इन सभी प्रचेता के कंधों पर मानव जाति के विस्तार की जिम्मेदारी दी गई, जिसके लिए इनके विवाह की जिम्मेदारी ब्रह्मा जी ने चंद्रमा को सौंपी थी.

चंद्रमा ने इन प्रचेताओं का विवाह यक्ष की बहन मारिषा और वृक्ष कन्या से कराया था. इन्हें प्रचेताओं से विवाह के कारण प्रचीती और प्रचेती के नाम से पुकारा गया.

प्रचेताओं और चंद्रमा के आधे-आधे तेज से मारिषा ने दक्ष प्रजापति को जन्म दिया था, जिन्हें भगवान शंकर की अर्धांगिनी माता सती के पिता के रूप में भी हम जानते हैं.

मान्यता है कि दक्ष प्रजापति ने ही सृष्टि के विकास का कार्य आगे बढ़ाया. इसके लिए मैथुनी सृष्टि का विकास हुआ, जो किसी भी इंसान की उत्पत्ति का आधार है.

दक्ष प्रजापति ने अपनी 10 कन्याओं का विवाह धर्म से, जबकि 27 कन्याओं का विवाह चंद्रमा से कराया था. उनकी बेटी माता सती ने भगवान शंकर को वर के रूप में ग्रहण किया था.

इन कन्याओं के अलावा एक और महिला भी भारतीय इतिहास में ऐसी हुई है, जिनके कई पति थे. ये महिला गौतम ऋषि के कुल में जन्मीं जटिला थीं, जिनका विवाह 7 ऋषियों से हुआ था.