महाभारत में युधिष्ठिर ने कुंती को दिया था ऐसा श्राप, आज भी भुगत रही हैं महिलाएं
Nitin Sharma
पांडवों और कौरवों के बीच हुए युद्ध में लाखों योद्धओं समेत 100 कौरव मारे गये.
इस युद्ध में शक्तिशाली योद्धा सूर्य पुत्र कर्ण की भी मृत्यु हुई.
युद्ध समाप्त होने के बाद कुंती युद्ध स्थल पहुंची. यहां वह कर्ण के शव को गोद में रखकर दहाड़ मारकर रोने लगी.
कर्ण को गोद में लेकर अपनी मां को विलाप करते देख पांडव हैरान हो गये.
जब पांडवों ने मां से रोने की वजह पूछी तो कुंती ने उन्हें बताया कि कर्ण उन्हीं का बड़ा भाई था.
यह जानकर सभी पांडव हैरान रह गये. वहीं युधिष्ठिर ने कुंती पर क्रोधित होते हुए कहा कि आपके इस बात को छिपाने की वजह से हम अपने भाई के हत्यारे बन गये.
युधिष्ठिर ने आगे गुस्से में कहा अगर मां तुम यह बात न छिपाती तो यह युद्ध टल सकता था. इसमें मरने वाले लाखों योद्ध जिंदा बच सकते थे.
इसके बाद भी युधिष्ठिर का गुस्सा शांत नहीं हुआ. उसने मां समेत सभी महिलाओं को श्राप दिया.
उन्होंने कहा कि अब कोई भी महिला अपने दिल में कोई बात नहीं छिपा पाएगी. कहा जाता है कि युधिष्ठिर का यह श्राप आज भी सत्य साबित होता है. महिलाएं अपने पेट में कोई बात नहीं पचा पातीं.