Jul 1, 2024, 06:20 PM IST

Premanand Ji Maharaj ने बताया क्या है सबसे बड़ी पूजा?

Abhay Sharma

राधारानी के परम भक्त और वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद जी महाराज के उपदेश और सलाह अक्सर सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं. 

हाल ही में जब प्रेमानंद जी महाराज से एक बच्चे ने पूछा की सबसे बड़ी पूजा क्या है? तब प्रेमानंद जी महाराज ने इसपर जवाब देते हुए कहा कि...

'सबसे बड़ी पूजा है, किसी को न शरीर से, न मन से, न वाणी से दुख न पहुंचाना,  यह भगवान की सबसे बड़ी पूजा है. 

न वाणी से हम किसी को कुछ ऐसा बोलें की उसे दुख पहुंचे, न शरीर से हम किसी जीव की हिंसा करें और न मन से किसी को दुख पहुंचाने की सोचें.. 

प्रेमानंद जी महाराज ने गोस्वामी तुलसी दास की एक पंक्ति पढ़ते हुए कहा कि 'परहित सरिस धर्म नहीं भाई', जिसका अर्थ है....

दुसरों को सुख देने, दुसरों का हित करने से बड़ा कोई धर्म नहीं है, इससे बड़ी कोई पूजा नहीं है. इस बात का ध्यान हर किसी को रखना चाहिए. 

दूसरों को दुख देना, दुसरों को कष्ट देने के जैसा अन्य कोई पाप नहीं है, इसलिए हर किसी को कभी भी दुसरों का अहित नहीं सोचना चाहिए, न ही दुख देना चाहिए...