Jun 22, 2024, 08:27 PM IST
कथावाचक और राधारानी के भक्त प्रेमानंद जी महाराज को कौन नहीं जानता है.
उनके प्रवचन और सत्संग को सुनने के लिए देशभर से लोग आते हैं. लोगों को वे न केवल भक्ति का मार्ग सुझाते हैं बल्कि उनकी कई उलझनों का भी समाधान करते हैं.
आज हम आपको प्रेमानंद जी कुछ ऐसे विचारों के बारे में बताएंगे जो आपके जीवन की तकदीर बदल देंगे.
प्रेमानंद जी के अनुसार, कोई व्यक्ति तुम्हें दुख नहीं देता बल्कि तुम्हारे कर्म उस व्यक्ति के जरिए दुख के रूप में मिलते हैं.
क्रोध को शांत करने का एक ही उपाय है बजाय यह सोचने के कि उसका हमारे प्रति क्या कर्तव्य है, हमेशा यह सोचे कि हमारा उसके प्रति क्या कर्तव्य है.
प्रेमानंद जी महाराज कहते है कि प्रभु का नाम जप संख्या से नहीं डूब कर करो.
उनके मुताबिक जिनके मुख में प्रभु का नाम नहीं है, वह भले ही जीवित है लेकिन मुख से मरे हुए है.
प्रेमानंद जी बताते हैं कि मनुष्य जीवन सत्य मार्ग के लिए है. ऐसे में अच्छे बनों, मां-बाप की सेवा करों, जरूरतमंद की मदद करों, यही मनुष्य जीवन है.
कभी ये मत सोचो कोई देख नहीं रहा. आज तुम बुरा कर रहे हो, तो तुम्हारे पुण्य खर्च हो रहे हैं. जिस दिन तुम्हारे पुण्य खर्चे हुए, तो तुम्हें अभी का पाप और पीछे का पाप सब मिलेगा, त्रिभुवन में कोई तुम्हें बचा नहीं पाएगा.
प्रेमानंद जी कहते है कि सच की राह में चलने वाले की निंदा बुराई जरूर होती है. इससे आपको घबराना नहीं है. यह आपके बुरे कर्मों का नाश करती है.
प्रेमानंद जी बोलते हैं कि कौन क्या कर रहा है इस पर कभी ध्यान मत दो केवल हमे सुधरना है इसपर ध्यान दो.
प्रेमानंद जी कहते है कि हमें कभी भी हार नहीं माननी चाहिए, क्योंकि जीत हमेशा आपके इंतजार में रहती है.
हमें सच्चा प्रेम प्रभु से प्राप्त होता है. किसी व्यक्ति से क्या होगा कोई व्यक्ति हमसे प्यार कर ही नहीं सकता क्योंकि वो हमें जानता ही नहीं तो कैसे करेगा.