Sep 12, 2024, 03:38 PM IST

सबसे बड़ी है 'भक्त' की डिग्री, प्रेमानंद महाराज ने बताई ये बात

Kuldeep Panwar

वृंदावन में पूरा दिन राधारानी के नाम का जप करने वाले प्रेमानंद महाराज के प्रवचन बेहद मशहूर हैं. वे बातों ही बातों में बड़ा ज्ञान दे देते हैं.

अब प्रेमानंद महाराज ने कानपुर यूनिवर्सिटी को भी एक बड़ा सबक दे दिया है, जिससे बांकेबिहारी के भक्तों को भी ज्ञान मिल गया है.

दरअसल कानपुर की CSJMU यूनिवर्सिटी दीक्षांत समारोह में प्रेमानंद महाराज को मानद PHD डिग्री से सम्मानित करना चाहती थी.

यूनिवर्सिटी का दीक्षांत समारोह 28 सितंबर को है, जिसमें राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल सभी छात्रों को डिग्री देंगी.

यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ. अनिल कुमार यादव इस समारोह का न्योता देने वृंदावन में संत प्रेमानंद महाराज के पास पहुंचे.

प्रेमानंद महाराज ने यूनिवर्सिटी का मानद उपाधि का प्रस्ताव ठुकरा दिया. वे बोले, हम उपाधि का क्या करेंगे. हमारे किस काम की?

प्रेमानंद महाराज ने रजिस्ट्रार से कहा, उपाधि मिटाने के लिए साधु बने हैं. प्रभु के भक्त की उपाधि के आगे सारी उपाधियां छोटी हैं.

प्रेमानंद महाराज ने आगे कहा, हम ईश्वर के दास हैं. सबसे बड़ी उपाधि उनका 'सेवक' होना है. बाहरी उपाधि से सम्मान नहीं उपहास होगा.

प्रेमानंद महाराज ने लौकिक उपाधि को अलौकिक उपाधि पाने की राह में बाधा बताया. कहा, हमारी भक्ति सबसे बड़ी उपाधि है.