Nov 19, 2024, 11:18 AM IST
प्रेमानंद महाराज ने बताया अगर ये लक्षण दिख जाएं तो समझ लें भगवान मिलने वाले हैं
Akanchha Singh
एक युवक ने प्रेमानंद महाराज से एक सवाल पुछा.
उसने कहा कि आखिर साधक को कैसे पता चलेगा की उसे भगवान मिलने वाले हैं.
इस पर प्रेमानंद महाराज ने कहा कि किसी को भी नवीन विषयों को भोगने की इच्छा नहीं होनी चाहिए.
इसके आगे प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि मन में हर्ष न हो, अपमान में शोक न हो, लेकिन फिर भी मन प्रभु के चिंतन रहना चाहिए.
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, जिसको संसार को कोई भी भोग प्रिय न लगे. बस भगवान ही सब लगने लगें. तो मान लें कि आपको भगवान मिलने वाले हैं
महाराज कहते हैं कि जिसको भगवत चाह हो जाती है. उसे और कोई चाह नहीं रह जाती. उसे भी भगवान की प्राप्ति होती है.
साथ ही प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि हम सब मूल में कहां बंधे हैं, शरीर में, इंद्रियों में कहां बंधे हैं.
उन्होंने आगे कहा कि शरीर मैं हूं, मन मेरा है, इंद्रियां मेरी है. यही अज्ञान है. इसी में सभी लोग बंधे हुए हैं.
भगवान का साक्षात दर्शन होने से पहले आपको भगवान के भावनात्मक भगवान का दर्शन होता है.
वहीं उन्होंने कहा कि जो लोग भजन करते हैं उनको भगवान जरूर झलकते हैं.
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