Jun 25, 2024, 12:17 PM IST

रावण के इस पुत्र को नहीं हरा पाए थे हनुमान

Nitin Sharma

त्रेतायुग में राक्षसों का राजा और महाज्ञानी रावण बहुत बलशाली और बुद्धिमान था, लेकिन उनका कर्म और अहंकार ने ही उसका नाश कर दिया. 

रावण बेहद शक्तिशाली होने के साथ ही उसके पास बहुत बड़ी सेना और योद्धा थे. 

भगवान श्रीराम के परमभक्त हनुमान जी ने सभी के छक्के छुड़ा दिये. लेकिन रावण पुत्र अतिकाय के सामने हनुमान जी थोड़े विवश हुए तो उन्होंने लक्ष्मण का साथ लिया. 

अतिकाय रावण की दूसरी पत्नी दम्यमालिनी का पुत्र था. वह बेहद ही बलशाली और अहंकारी और क्रूर था. 

अतिकाय पूर्व जन्म में भी दैत्य कैटव था. उस जन्म में भी वह बहुत बलवान था. अतिकाय के पूर्व जन्म में भगवान नारायण ने उसका वध किया था. 

अतिकाय को ब्रह्मा कवच प्राप्त था. इसलिए वह दिव्यास्त्रों से बच जाता था. 

श्रीराम के भक्त हनुमान जी भी जब उसे मारने में विवश हुए तो लक्ष्मण जी को कंधे पर बैठाकर अतिकाय का सामना किया. 

यहां युद्ध में लक्ष्मण ने अतिकाय का वध कर दिया. उसके वध होते ही मानों रावण की एक भुजा कट गई और युद्ध की जीत श्रीराम की सेना के हाथ आ गई.