Mar 13, 2024, 09:33 AM IST
रामायण हिंदू धर्म का सबसे पवित्र और श्रेष्ठ ग्रंथों में से एक है. इसमें श्रीराम के जन्म से लेकर उनके वनवास और राजकाज की गाथा लिखी है.
रामायण में कई बातें ऐसी हैं जिनसे लोग आज भी अनजान है. इन्हीं में से एक माता सीता के वनवास के दौरान पीले कपड़ों का धारण करना.
आखिर श्रीराम और लक्ष्मण के साथ माता सीता ने वनवास जाने के दौरान पीले रंग के कपड़े ही क्यों धारण किये थे.
श्री राम को 14 साल का वनवास मिला. माता सीता और लक्ष्मण भी उनके साथ गये. इस दौरान सारे मोह-माया और सबसे अहम तौर पर वैभव का त्याग किया. उन्होंने राजसी कपड़ों का त्याग कर दिया और इनकी बजाए पीले वस्त्र धारण कर लिये.
संतान धर्म में साधु संतों को गेरुए रंग के कपड़े पहनने की परंपरा है. यह कपड़े संसार से त्याग को दर्शाते हैं.
गेरुए रंग के कपड़े पहनने का मतलब केवल गृहत्याग ही नहीं, बल्कि गृहस्थ जीवन को भी छोड़ देना होता है.
राम-सीता संन्यास लेकर नहीं बल्कि वचनबद्ध होकर वनवास जा रहे थे. इसलिए उन्होंने गेरुए की जगह पीले रंग के वस्त्रों को चुना और माता सीता ने यही कपड़े धारण किये.
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