Apr 15, 2024, 03:35 PM IST

रामकृष्ण परमहंस के ये 5 विचार, जीवन के प्रति बदल देंगे आपकी सोच

Nitin Sharma

स्वामी रामकृष्ण परमहंस का जन्म 17 फरवरी को 1836 में ​बंगाल में हुआ था. 

बेहद कम उम्र में ही रामकृष्ण परमहंस भगवान की सेवा में लीन हो गये थे. वह नर सेवा नारायण सेवा में विश्वास रखते थे.

रामकृष्ण परमहंस स्वामी विवेकानंद के गुरु थे. उन्होंने ही उन्हें सही दिशा दिखाई थी.

अगर आप भी जीवन से निराश हैं तो रामकृष्ण परमहंस के इन विचारों को जीवन में उतार सकते हैं. 

रामकृष्ण परमहंस के कहते हैं कि आपके विचार ही आपके जीवन का सफर तय करते हैं. उन्होंने कहा था कि बिना स्वार्थ के लोगों की मदद करनी चाहिए.

रामकृष्ण परमहंस ने कहा है कि संत बुरे व्यक्तियों में भी उनकी अच्छाईयों को देख लेते हैं.इसी तरह किसी भी व्यक्ति को बैर न रखकर सामने वाले में अच्छाईयों को खोजना चाहिए. 

रामकृष्ण परमहंस कहते थे कि अहंकार की असली वजह माया है. मुनष्य को इसका त्याग कर देना चाहिए. अहंकार त्यागने पर ही व्यक्ति अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है.

रामकृष्ण परमहंस कहते थे कि जिसने भी आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त कर लिया. उसे क्रोध, लोभ, अहंकार या मोह का विष प्रभाव नहीं करता