Oct 15, 2023, 09:19 AM IST
नवरात्रि के दूसरा दिन मां ब्रह्मचारिणी का होता है. ऐसी मान्यता है कि माता रानी भक्तों को तरक्की देती हैं. इस दिन हरा वस्त्र धारण करना शुभ माना जाता है. मां ब्रह्मचारिणी को शक्कर बहुत प्रिय हैं. माता को शक्कर का भोग लगा सकते हैं.
शारदीय नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है. मान्यता है कि मां चंद्रघंटा की आराधना करने से पाप कर्म से मुक्ति मिलती हैं. माता को प्रसन्न करने के लिए दूध से बनी बर्फी का भोग लगाएं. सभी मनोकामना पूर्ण होगी.
नवरात्रि का चौथा दिन मां कुष्मांडा को समर्पित होता है. इनकी पूजा करने से सौभाग्य सुख और समृद्धि बढ़ती है. चौथे दिन नारंगी वस्त्र धारण कर सकते हैं. इसके साथ ही माल पुआ का भोग मां कुष्मांडा को लगाना चाहिए. उन्हें यह बहुत ही प्रिय होता है.
नवरात्रि के पांचवें दिन मां स्कंदमाता की विधि-विधान से पूजा की जाती है. इनकी पूजा करने से घर में सुख और शांति बढ़ती है. साथ ही मां को प्रसन्न करने के लिए केले का भोग लगाएं.
शारदीय नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा की जाती है. इस दिन भक्तों को लाल रंग का वस्त्र धारण करके पूजा करना चाहिए. इसके अलावा मां को पान का भोग लगाना बेहद ही शुभ माना जाता है.
नवरात्रि का सातवां दिन मां काली रात्रि को समर्पित है. इस दिन मां को प्रसन्न करने के लिए भक्त नीला वस्त्र पहनकर गुड़ की बनी मिठाई का भोग लगा सकते हैं.
नवरात्रि के अष्टमी तिथि को मां महागौरी की पूजा विधि-विधान से की जाती है. इस दिन माता को नारियल की बर्फी का भोग लगा सकते हैं. भक्तों को मां महागौरी की पूजा गुलाबी रंग का वस्त्र पहनकर करना चाहिए.
नौवें दिन माता सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है. इनकी आराधना करने से ही भक्तों को सभी तरह की सिद्धियां प्राप्त होती है. इसलिए मां सिद्धिदात्री की पूजा को बेहद ही खास माना जाता है. भक्त इस दिन जामूनी रंग का वस्त्र पहन सकते हैं. इस दिन माता को सूजी का हलवा, पूरी और चने का भोग लगाया जाता है.