Dec 21, 2023, 03:11 PM IST

जानें पैरों में बिछिया पहनने का धार्मिक और वैज्ञानिक कारण

DNA WEB DESK

सनातन धर्म में बिछिया को सुहाग की निशानी माना जाता है. 

हर महिला विवाह के बाद पैरों में चांदी की बिछिया पहनती है. लेकिन क्या आपने कभी इसके पीछे की वजह के बारे में सोचा है?

आजकल के दौर में भले ही बिछिया पहनना ट्रेंड बन गया हो, लेकिन यह एक शादीशुदा महिला की निशानी मानी जाती है. 

बिछिया सिर्फ महिलाओं की खूबसूरती को बढ़ाने का काम नहीं करता बल्कि वैवाहिक जीवन को भी मजबूत बनाता है. 

ज्योतिष कहते हैं कि बिछिया पहनने से वैवाहिक जीवन सुखमय और खुशहाल व्यतीत होता है. 

पैर की दूसरी और तीसरी उंगली में बिछिया पहनने से पति का प्रेम बढ़ता है. 

मान्यताओं के अनुसार बिछिया एक ऐसा आभूषण है जो माता लक्ष्मी को आकर्षित करती है. 

इसीलिए बिछिया को शादी के बाद एक अनिवार्य गहना माना जाता है. 

चांदी की बिछिया को चंद्रमा का कारक काहा जाता है. इससे पति-पत्नी का संबंध अटूट होता है. 

माना जाता है कि पैरों की बीच की तीन उंगलियों की नसें महिलाओं के गर्भाशय और दिल से जुड़ी होती हैं. 

ऐसा में बिछिया पहनने से प्रजनन क्षमता मजबूत होती है.

यह खबर सामान्य मान्यताओं पर आधारित है. अधिक जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें.