Apr 5, 2024, 11:39 AM IST
साल का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल को बनेगा. इसके कुछ घंटों बाद ही चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होगी.
इससे पहले दिन सूर्य ग्रहण लगेगा, जिसके पूर्व ही सूतक काल शुरू हो जाता है. ऐसे लोग मान रहे हैं कि इसका प्रभाव चैत्र नवरात्रि पर भी पड़ेगा.
ज्योतिष की मानें तो भारत में सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा. ऐसे में सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा.
ज्योतिष के अनुसार, यह पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा, जिसे खग्रास सूर्य ग्रहण भी कहते हैं. यह सूर्य ग्रहण मीन राशि और रेवती नकक्ष में लगने वाला है.
भारतीय समयानुसार साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल को रात 9 बजकर 12 मिनट से शुरू होकर अगले दिन तड़के 9 अप्रैल को 2 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगा.
यह सूर्य ग्रहण भारत को छोड़कर वेस्ट यूरोप देश आर्कटिक मेक्सिको, अमेरिका, इंग्लैंड, आयरलैंड और कनाड़ा में दिखाई देगा.
सूर्य ग्रहण से करीब 12 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है. इस दौरान मंदिर के कपाट बंद कर दिये जाते हैं. इसे एक अशुद्ध समय माना जाता है. हालांकि इस भारत में सूर्य ग्रहण न होने की वजह से सूतक का प्रभाव नहीं होगा.
ज्योतिष की मानें तो सूर्य ग्रहण की वजह से कुछ राशियों पर शुभ और अशुभ प्रभाव जरूर पड़ सकते हैं.
इनमें वृषभ, सिंह, धनु और मकर राशि के लिए सूर्य ग्रहण शुभ प्रभाव डालेगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)