उज्जैन के महाकाल मंदिर में रात क्यों नहीं रुकते नेता
Ritu Singh
उज्जैन के महाकाल मंदिर में रात में रुकने से लेकर शादी-ब्याह या दर्शन तक को लेकर कुछ मान्यताएं हैं, जिन्हें अगर ना माना जाए तो कुछ न कुछ अपशुकुन होता है.
पहली मान्यता ये है कि उज्जैन में कोई भी मंत्री, नेता या किसी भी देश का बड़ा राजा रात में नहीं रोक सकता. उज्जैन में रात रुके का मतलब है अगले दिन ही उसकी सरकार गिरना. क्योंकि उज्जैन के राजा सिर्फ महाकाल हैं और वहीं यहां रह सकते हैं.
महाकाल के मंदिर के सामने से कोई भी बारात नहीं निकलती क्योंकि महाकाल के सामने से कोई भी घोड़े की सवारी करके नहीं जा सकता, अगर गया तो कुछ न कुछ अनहोनी हो जाती है.
मान्यताओं के अनुसार महाकाल के मंदिर पर जब भी किसी ने आक्रमण की कोशिश की अगले दिन ही उसकी मौत हो गई.
महाकाल के दर्शन तब तक नहीं कर सकते जब तक महाकाल की अनुमति न हो.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)