Aug 8, 2024, 05:09 PM IST

महाभारत युद्ध की आखिरी रात हुई थी ये घटना, दहल उठे थे पांडव

Aditya Prakash

महाभारत युद्ध का आखिरी और 18वां दिन चल रहा था. कौरव सेना पूरी तरह से खत्म हो गई. पांडव जीत तो चुके थे, लेकिन वो पूरी तरह से थककर चूर हो गए थे. 

कौरव शिविर पर अब पांडवों का अधिपत्य था. वो विश्राम के लिए वहीं पर रुके थे.

रात्रिभोज के समय कृष्ण ने पांडवों से कहा कि अभी तो 18वें दिन के कुछ पहर बाकी हैं. युद्ध अभी भी पूरा नहीं हुआ है.

ये सुनकर सभी पांडव पूरी तरह से चौंक गए. अंदर से दहल उठे कि अब ऐसा क्या करना बाकी रह गया.

ये सुन भीम ने कहा कि शत्रुओं का मुखिया तो वहां तालाब के किनारे औंधे मुंह पड़ा है.

इसे सुनकर श्री कृष्ण बोले कि 'हे गदाधारी भीम, जब तक पूरी तरह से आश्वस्त न हो जाओ, विजय का एलान न करो.'

श्री कृष्ण ने आगे कहा कि 'अभी तक महाराज धृतराष्ट्र ने सिंहासन खाली नहीं किया है.' 

अर्जुन ने पूछा कि 'तो क्या हमें अभी रात के इस पहर में ही हस्तिनापुर चलना होगा?' इस पर कृष्ण ने कहा कि अभी आपको अपने शिविर में जाना चाहिए.

इस प्रसंग से हमें  इसका पता चलता है कि जीवन में सफलता के साथ धैर्य की जरूरत है.