Aug 27, 2024, 04:36 PM IST

गौतम बुद्ध की लेटी हुई मूर्ति का उनकी मृत्यु से क्या है संबंध

Nitin Sharma

गौतम बुद्ध की मार्केट में अलग अलग पॉजिशन में रखी मूर्तियां मौजूद हैं. इन्हें घर में रखना शुभ होता है, लेकिन क्या आप जानते है कि इनकी लेटी हुई मूर्ति के पीछे का क्या रहस्य है.

लेटे हुए बुद्ध की मूर्ति का मतलब उनके जीवन के अंतिम क्षणों से है, जब वह अंतिम साधना कर रहे थे.

इस मूर्ति में गौतम बुद्ध उल्टी तरफ लेटे हुए है और उनका हाथ माथे पर है.

मान्यता है कि गौतम बुद्ध की मृत्यु विषैला भोजन करने से हुई थी, ये भोजन उन्हें कुंडा नामक लोहार से उपहार स्वरूप मिला था.

गौतम बुद्ध को इस बात का आभास हो चुका था, इसलिए उन्होंने लोहार को अपने शिष्यों को वो खाना देने से मना कर दिया था. बुद्ध ने कहा खाना अच्छा है, लेकिन इसे मेरे शिष्य पचा नहीं पाएंगे.

गौतम बुद्ध ने बिना गुस्सा किये उसे माफ कर दिया और बचा हुआ खाना भूमि में गड़वा दिया.

विषैला भोजन करने से उनका शरीर काम करना बंद करने लगा. इस पर गौतम बुद्ध ने अपने शिष्यों से कुशीनगर ले जाने के लिए कहा.

गौतम बुद्ध समझ चुके थे कि उनकी मृत्यु का समय आ गया है, इसलिए बुद्ध वहीं माथे पर हाथ रखकर लेट गए.

बुद्ध की इस अवस्था को आज महापरिनिर्वाण के नाम से जाना जाता है, उनके इस अंतिम रूप में शिष्य आखिरी बार उपदेश सुनने के लिए बैठे थे.

गौतम बुद्ध ने अपने शिष्य को आखिरी संदेश दिया कि व्यक्ति को हमेशा सच और सही के रास्ते पर चलना चाहिए.