Jan 9, 2024, 10:45 PM IST

रावण की बेटी कौन थी?

Kuldeep Panwar

वाल्मिकी रामायण और तुलसीदास की रामचरित मानस में रावण के बेटे मेघनाद और अक्षय कुमार का जिक्र बार-बार आता है, लेकिन बाकी संतानों का ज्यादा जिक्र नहीं है.

रावण की एक बेटी भी थी. इस बेटी का जिक्र रामायण और रामचरित मानस में नहीं है, लेकिन रामायण के अन्य संस्करणों में इसका जिक्र मिलता है. साथ ही बताया गया है कि यह हनुमान जी से प्रेम करती थी.

थाईलैंड की रामकियेन रामायण और कंबोडिया की रामकेर रामायण के मुताबिक, रावण के तीन पत्नियों से 7 बेटे और एक बेटी थी. मंदोदरी के दो बेटे, धन्यमालिनी के दो बेटे और त्रिशिरा के तीन बेटे थे.

रामकियेन और रामकेर रामायण में रावण की पुत्री का जिक्र किया गया है, जिसे एक सुनहरी मत्स्य कन्या बताया गया है. उसका नाम सुवर्णमच्छा या सुवर्णमत्स्य था.

स्वर्ण जलपरी कहलाने वाली सुवर्णा का पूरा शरीर सोने की तरह दमकता था. उसी के कारण आज भी थाईलैंड-कंबोडिया मे गोल्डन फिश की पूजा की जाती है और यह करोड़ों रुपये की बिकती है.

रामकियेन और रामकेर रामायण के मुताबिक, नल-नील जब लंका पहुंचने के लिए रामसेतु बना रहे थे तो उसके पत्थर गायब होने लगे. हनुमान पानी में गए तो उन्होंने सुवर्णा के कहने पर समुद्री जीवों को पत्थर चोरी करते हुए देखा.

हनुमान ने सुवर्णा को रोका. सुवर्णा पहली बार हनुमान को देखते ही उन पर मोहित हो गई और उनसे प्यार करने लगी. उसने हनुमान को अपना परिचय दिया.

हनुमान ने सुवर्णा को रावण द्वारा सीताजी का अपहरण करने की बात बताई तो उसने सारे पत्थर वापस लौटा दिए. इसके बाद ही रामसेतु का निर्माण कार्य पूरा हुआ.

सुवर्णा ने इसके बाद अपने मन की बात हनुमान जी को बताई तो उन्होंने अपने बाल ब्रह्मचारी होने का हवाला देकर मत्स्य कन्या को इन्कार कर दिया. थाई मान्यता है कि वह आज भी समुद्र में हनुमान का इंतजार कर रही है.

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