Jan 22, 2024, 12:05 PM IST

कैकेयी की बात मानने के लिए मजबूर क्यों थे दशरथ

DNA WEB DESK

कैकेयी को वरदान मिला था कि भगवान तु्म्हारी गोद में खेलेंगे.

ऋषि दुर्वासा के वरदान से उनका विवाह राजा दशरथ से हो गया.

विवाह कई सालों के बाद स्वर्ग में देवासुर संग्राम प्रारंभ हो गया. 

इंद्र ने राजा दशरथ से मदद मांगी, रानी कैकेयी सहायता के लिए सारथी बन गईं.

युद्ध में दशरथ के रथ के पहिए की कील बाहर निकली और रथ डगमगा गया.

कैकेयी ने कील की जगह अपनी उंगली लगा दी और अपने पति की जान किसी तरह बचा ली.

राजा दशरथ, कैकेयी के कौशल से खुश हो गए. उन्होंने 3 वरदान दिए. कैकेई ने कहा कि जब समय होगा तब वे मांग लेंगी. 

जब भगवान राम का राज्याभिषेक होने वाला था, तभी कैकेयी को मंथरा ने चढ़ा दिया. कैकेयी कोप भवन में बैठ गईं. उन्होंने दशरथ से वरदान मांग दिया. 

वरदान में उन्होंने 14 साल का वनवास मांग लिया. दशरथ वरदान लौटाने के लिए विवश थे. उन्हें इस वरदान की वजह से राम को 14 वर्ष का वनवास देना पड़ा.

नोट: यहां दी गई जानकारियां रामायण और रामचरित मानस पर आधारित हैं.