Apr 6, 2024, 08:13 AM IST

अर्जुन को एक साल के लिए क्यों बनना पड़ा था महिला

Kavita Mishra

महाभारत से जुड़े कई रहस्य आप भी जानते होंगे. उसके बाद भी लोगों के पास कई तरह के सवाल रहते हैं. 

महाभारत के पात्र अर्जुन को लेकर भी कई तरह की बातें कहीं जाती हैं. 

क्या आप जानते हैं कि अर्जुन अपने पूरे जीवनकाल में 1 साल के लिए महिला बनकर रहे थे.

कुछ कथाएं कहती हैं कि उन्हें स्त्री और पुरुष दोनों बनकर रहने का श्राप मिला था और इसलिए वो ट्रांसजेंडर बने थे और कुछ मानती हैं कि वो महिला रूपी अवतार में थे.

महाभारत में अर्जुन को एक साल के लिए बृहन्नला का रूप लेना पड़ा था. ये समय था पांडवों के 12 वर्ष के वनवास और 1 वर्ष के अज्ञातवास का जहां अगर कौरव उन्हें ढूंढ लेते तो उन्हें वापस वन में जाना पड़ता. 

ये समय था तब का जब पांडव अपना सब कुछ हार चुके थे और उन्हें छुपकर 1 वर्ष के लिए रहना था. 

उस वक्त सभी पांडवों और खुद द्रौपदी ने अपना रूप बदला था. कहा जाता है कि अगर वो अपने असली रूप में रहते तो उनके पहचाने जाने की आशंका थी. 

उर्वशी ने एक समय अर्जुन के साथ समय व्यतीत करने और प्रेमी रूप को स्वीकार करने की इच्छा जाहिर की थी लेकिन अर्जुन ने इसके लिए साफ मना कर दिया था.

 अर्जुन को उर्वशी ने श्राप दिया कि वो महिलाओं के बीच महिला बनकर ही रहेंगे. यही कारण है कि अर्जुन ने अपने श्राप को अपने अज्ञातवास को पूरा करने के लिए इस्तेमाल किया.