Jul 31, 2024, 11:01 PM IST
इसके बाद श्री कृष्ण के साथ युद्ध को लेकर पांडवों ने समीक्षा की, और पाया कि उनके ऊपर बंधु-बांधवों की हत्या का कलंक लग गया है.
श्री कृष्ण ने उनसे कहा कि इन पापों से सिर्फ महादेव ही आप लोगों को मुक्ति दिला सकते हैं. इसलिए आप लोग महादेव की शरण में जाएं.
इस बात के कई वर्षों बाद पांचों पांडव और द्रौपदी शिव जी की खोज में हिमालय के लिए निकल पड़े.
बहुत परिश्रम करने के बाद उन्हें शिव जी का दर्शन प्रप्त हुआ. शिव जी ने उन्हें उनके पापों से मुक्त कर दिया, और स्वर्ग का रास्ता बताया.
पांडवों ने उसी जगह पर शिव जी की पूजा-अर्चना की, और एक मंदिर का निर्माण करवाया. वही जगह आज केदारनाथ धाम के रूप में जाना जाता है.