Jul 13, 2024, 11:18 AM IST
भगवान श्री कृष्ण का एक नाम मोर मुकुटधारी भी है, क्योंकि श्री कृष्ण अपने मुकुट में मोर पंख लगाया करते थे.
भगवान विष्णु के सभी अवतारों में से सिर्फ श्रीकृष्ण ने मोर मुकुट धारण किया है, आइए जानते हैं क्या थी इसके पीछे की वजह...
इसके पीछे कई कथाएं प्रचलित हैं. एक कथा के अनुसार, श्रीकृष्ण की कुंडली में कालसर्प दोष था, जिसका प्रभाव उनके जीवन में देखने को मिलता है.
मोर और सांप की दुश्मनी है और इसलिए कालसर्प योग में मोर पंख को साथ रखने की सलाह दी जाती है. मान्यता है कि इसी दोष के कारण कृष्ण भी...
अपने मुकुट में मोर पंख लगाया करते थे. श्री कृष्ण का मुकुट में मोर पंख लगाना यह भी बताता है कि वह अपने मित्र और शत्रु में तुलना नहीं करते.
दरअसल कृष्ण के भाई बलराम शेषनाग के अवतार थे, मोर और नाग एक दूसरे के दुश्मन होते हैं. मोरपंख को माथे पर लगा कर कृष्ण ने यह बताया है...
मित्र और शत्रु के लिए उनके मन में समभाव यानी बराबर का भाव है. इसके अलावा एक कथा के अनुसार मोर पंख को राधा के प्रेम के प्रतीक के रूप माना गया है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.