Mar 8, 2024, 05:41 PM IST

Women's Day: महिलाओं में होते हैं मां आदिशक्ति के ये 9 गुण

Nitin Sharma

मां आदिशक्ति को देवी के नौ रूप और शक्ति नारी सशक्तीकरण का प्रतीक माना जाता है. धरती पर महिलाओं को माता का स्वरूप माना गया है. इनमें मां दुर्गा का ममतामयी रूप से लेकर कुछ कर गुजरने का जोश भी निहित है. 

महिलाओं में आदिशक्ति के नौ रूपों में मौजूद सभी नौ गुण निहित हैं. 

महिला दिवस पर जानते हैं मां आदिशक्ति से मिले वो 9 गुण जो महिलाओं को सशक्त करते हैं. उन्हें सशक्तीकरण से रिलेट करते हैं. 

महिलाओं में मां आदिशक्ति शैलपुत्री स्वरूप में मिलने वाला गुण धैर्य का निहित है. यह महिलाओं में सहनशीलता बढ़ाता है. 

आदिशक्ति का दूसरा स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी का है. मां का यह स्वरूप तपस्या अैर संयम  देता है. महिलाओं में यह इच्छा शक्ति को नियंत्रित करने के साथ ही उनमें निष्कलंक उद्देश्य के लिए कठिनाइयों का सामना करने की क्षमता बढ़ाता है.

महिला में तीसरा गुण मां चंद्रघंटा का है. जो उनमें भक्ति और सेवा की भावना विकसित करता है.

आदिशक्ति से महिलाओं को मिला चौथा गुण उन्हें साहसी, उत्साह की महत्सपूर्णता सिखाता है. यह नौ देवी के नौ रूपों में शामिल कूष्माणडा से मिलता है.

महिलाओं को आदिशक्ति के पांचवें स्वरूप मां स्कंदमाता मातृत्व और संतानों के प्रति देखभाल की सीख देती है. एक आदर्श नारी के साथ ही मातृत्व का गुण देता है.

महिलाओं को मां कात्यायानी का स्वरूप धर्म और न्याय के प्रति समर्पण का गुण देता है. उन्हें सच्चे और सही रास्ते पर चलने के लिए प्रतिबद्ध करता है.

आदिशक्ति का सातवां स्वरूप कालरात्रि महिलाओं को शक्ति और समय के साथ गलत का अंत करने की शक्ति देता है. उन्हें योग्यता सिखाता है.

महिलाओं में आदिशक्ति का आठवां स्वरूप महागौरी का गुण मिलता है, जो उन्हें पवित्रता और शुद्धता देता है.

महिलाओं में आदिशक्ति का नवां स्वरूप मां सिद्धिदात्री का है, जो आत्मसमर्पण, साधना और शिक्षा देता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)