भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड कप फाइनल मैच में सबसे बड़ा X-Factor पूर्व भारतीय कप्तान Virat Kohli को माना जा रहा है, जो इस वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा सफल बल्लेबाज रहे हैं.
फाइनल मैच से पहले 711 रन बना चुके विराट कोहली इस वर्ल्ड कप में रिकॉर्डतोड़ बैटिंग कर रहे हैं. फाइनल में भी उन्होंने 54 रन की पारी खेली है. इससे फैंस को उनके बल्ले में कोई खास बात होने का अंदेशा लग रहा है.
चलिए आपको बताते हैं कि विराट कोहली जिस बल्ले से वर्ल्ड कप में खेल रहे हैं, उसकी खासियत क्या है. साथ ही आपको बताते हैं कि इस बल्ले की कीमत क्या है.
विराट कोहली के बल्ले पर आपने MRF का लोगो देखा होगा, लेकिन आपको बता दें कि विराट का बल्ला MRF नहीं बनाती है. दरअसल MRF मशहूर टायर मेकर कंपनी है.
विराट कोहली का बल्ला मेरठ की एक मशहूर बल्ला फैक्ट्री बनाती है, जिस पर वे MRF का लोगो लगाकर यूज करते हैं. हालांकि विराट ने कई बार बेंगलूरू के एक हाथ से बल्ला बनाने वाले कारीगर का बल्ला भी यूज किया है.
विराट कोहली इंग्लिश विलो बैट का इस्तेमाल करते हैं, जिसमें 8 से 12 ग्रेन्स (बैट पर लकड़ी को बांटने वाली नेचुरल लाइनिंग) होती हैं. उनके बल्ले का वजन करीब 1.23 किलोग्राम होता है.
आपको बता दें कि सभी इंटरनेशनल बल्लेबाज जिस बैट से बैटिंग करते हैं, वो इंग्लिश विलो से ही बना होता है. यह लकड़ी इंग्लैंड से आती है, जिसे उसकी क्वालिटी के हिसाब से ग्रेड दिया जाता है.
इंग्लिश विलो में सबसे बेहतरीन ग्रेड A++ का होता है. इसी ग्रेड की लकड़ी से विराट कोहली का बल्ला तैयार किया जाता है. बता दें कि इंग्लिश विलो का ग्रेड जितना ज्यादा होता है, उतनी ही उसकी कीमत बढ़ जाती है.
मेरठ के बल्ला निर्माता सीधे तौर पर विराट कोहली के बल्ले की कीमत पर कमेंट नहीं करते हैं, लेकिन ऑफ द रिकॉर्ड उनका कहना है कि ग्रेड A++ की इंग्लिश विलो से बने बल्ले की कीमत 75,000 रुपये से 1.5 लाख रुपये तक होती है.
कई वेबसाइट्स पर इंग्लिश विलो के बल्ले विराट ग्रेड बताकर 20 से 30 हजार रुपये की रेंज में बेचे जा रहे हैं. बल्ला निर्माताओं के मुताबिक, ये इंग्लिश विलो तो हैं, लेकिन विराट का नाम महज ब्रांडिंग के लिए साथ जोड़ा जाता है.
बता दें कि विराट कोहली साल 2014 से MRF के साथ लोगो पार्टनरशिप में हैं. MRF ने साल 2017 में उनका कांट्रेक्ट रिवाइज करते हुए 110 करोड़ रुपये की डील की थी.