Oct 15, 2023, 12:17 AM IST

मसूरी की वे 6 जगहें जिन्हें लोग आज भी मानते हैं भूतहा

Kuldeep Panwar

देवभूमि उत्तराखंड में बहुत सारी रहस्यमयी जगहें भी हैं, जहां स्थानीय मान्यताओं के कारण जाने पर पाबंदी मानी जाती है. मसूरी में भी ऐसी कुछ जगहें हैं.

टूरिस्ट प्लेस के तौर पर उत्तराखंड या भारत में ही नहीं मसूरी पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है. यहां घूमने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं. यह ऐसा शहर है, जो सचिन तेंदुलकर जैसे प्लेयर का भी फेवरेट है. 

पहाड़ों की रानी के तौर पर फेमस मसूरी में आप भी कई बार गए होंगे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि वहां कई जगहों को भूतिया माना जाता है. कहा जाता है कि इन इलाकों में अंधेरा होने पर नहीं जाना चाहिए.

Pari Tibba- मसूरी का वुडस्टॉक स्कूल वर्ल्ड फेमस है. इसी के साउथ की जंगली पहाड़ी परी टिब्बा कहलाती है. मान्यता है कि यहां बिजली गिरने से प्रेमी जोड़े की मौत हुई थी, जिनकी आत्माएं अब भी घूमती हैं.

परी टिब्बा कितना रहस्यमयी है, इसका अंदाजा आपको मशहूर लेखक Ruskin Bond की किताबों से लग जाएगा, जिनके हर नॉवेल में इस जगह का जिक्र मौजूद होता था.

Lambi Dehra Mines- मसूरी के बाहरी इलाके में मौजूद लंबी देहरा माइंस को Mine of Death भी कहते हैं. यहां स्थानीय निवासी दिन में भी जाने से खौफ खाते हैं. 

लंबी देहरा माइंस में 1990 के दौरान बहुत सारे मजदूरों की मौत हो गई थी. तब से यहां खनन बंद है. दावा है कि शाम के समय इस जगह से लोगों की चीखें सुनाई देती हैं, 

Mullingar Mansion- मसूरी के सबसे पुराने बंगलों में से एक है मुलिंगर मेंशन, जिसे फर्स्ट सिरमौर बटालियन के कमांडर कैप्टन यंग ने 1825 में बनवाया था. रिटायरमेंट के बाद वह यहां से वापस आयरलैंड लौट गए थे.

स्थानीय लोगों का कहना है कि आयरलैंड पहुंचने के बाद मसूरी की याद में कैप्टन यंग की मौत हो गई थी, इसलिए उनकी आत्मा आज भी लंढौर कैंट के इस बंगले के कैंपस में घोड़े पर सवार होकर घूमती दिखती है.

Sister’s Bazaar- मसूरी के लंढौर कैंट इलाके में ही एक और हॉन्टेड हाउस मौजूद है, जिसे सिस्टर्स बाजार कहते हैं. ब्रिटिश कालीन बंगले के इस हिस्से में भी रात के समय जाने से लोग खौफ खाते हैं.

Jabarkhet Haunted House भी मसूरी के भूतिया स्थलों में हैं. बताया जाता है कि यहां रहने वाला आदमी और उसकी पत्नी 70 साल पहले गायब हो गए थे, लेकिन उनकी आत्माएं यहां घूमती हैं.

Bhoot Bangla- यह जगह मसूरी से कुछ किलोमीटर दूर दूसरे टूरिस्ट प्लेस चकराता कैंट में है. 1888 में बेहद खूबसूरत इलाके में चकराता के फॉरेस्ट ऑफिसर आवास के तौर पर यह जगह बनाई गई थी.

चकराता के इस खूबसूरत भूत बंगले में रहने से लोग डरते हैं. मान्यता है कि यहां 'गोरा साहेब' की आत्मा घूमती है, जो यहीं तैनात रहे एक IFS अफसर की है. यह डेस्क पर डिबिया की रोशनी में काम करती भी दिखती है.