Oct 26, 2023, 11:55 PM IST

रेल की पटरियों में क्यों नहीं लगता जंग 

Kavita Mishra

आपने देखा होगा कि एक जगह पड़े हुए लोहे में जंग लग जाती है. ट्रेन की पटरियों में जंग नहीं लगती है जबकि वह भी लोहे से ही बनी होती हैं. 

ये ट्रैक भारी वजन के साथ-साथ बारिश, धूप और कई प्राकृतिक आपदाओं का भी सामना करते हैं. 

 इतना पानी और हवा पड़ने के बाद भी रेल की पटरियों में जंग नहीं लगती है. क्या आप इसके पीछे का कारण जानते हैं. 

चलिए हम आपको इस सवाल का जवाब देते हैं. लोहे पर जंग लगने की एकमात्र वजह है कि जब भी स्टील या स्टील से बने सामान ऑक्सीजन और नमी के संपर्क में आते हैं तो उन पर एक भूरे रंग की परत आयरन ऑक्साइड जम जाती है, जिसे जंग लगना कहते हैं. 

यह नमी के कारण होता है और यह परत ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड, सल्फर, एसिड आदि के समीकरण से बनती है.

आपको लगता होगा कि ट्रेन की पटरी पूरी तरह से लोहे की बनी होती है लेकिन ऐसा नहीं है.

रेल की पटरियों को एक खास तरह की स्‍टील से बनाया जाता है. इस स्‍टील में 12 प्रतिशत मैंग्‍नीज और 0.8 प्रतिशत कार्बन होता है.

इसके कारण धूप, पानी और हवा के बीच हर वक्‍त रहने वाली पटरियों पर आयरन ऑक्‍साइड नहीं बनता है और इसमें जंग नहीं लगता है.